निजामुद्दीन तब्लीगी जमात के मुखिया मौलाना साद को दिल्ली पुलिस ने चौथी बार नोटिस भेजा है। पुलिस ने मौलाना साद को सरकारी लैब में कोरोना का टेस्ट कराने के लिए कहा है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने क्राइम ब्रांच के सूत्रों के हवाले से बताया कि मौलाना साद को चौथी बार नोटिस इसलिए भेजा गया है क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
बता दें कि अभी हाल में ही तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद के अधिवक्ता ने दावा किया था कि मौलाना ने निजी और सरकारी लैब से कोरोना की जांच कराई है। सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। वकील ने यह भी दावा किया था कि जांच रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को भी सौंप दी गई है।
साद के अधिवक्ता का दावा पूछताछ के लिए नहीं भेजा गया नोटिस
मौलाना साद के वकील ने सोमवार को एक और पर्दाफाश किया था। उसका दावा है कि क्राइम ब्रांच ने अब तक साद को तीन नोटिस भेजे हैं। इनमें दो का जवाब वह पहले ही पुलिस को दे चुके हैं। तीसरे का जवाब भी रविवार शाम को दे दिया गया। तीनों नोटिसों में मरकज, इसकी फंडिंग, बैंक खाते व आयकर, पैन नंबर आदि की जानकारी मांगी गई थी। इनमें लॉकडाउन खत्म होने से पहले जिन सवालों की जानकारी दे पाना संभव था। उसकी जानकारी दे दी गई है।
वकील ने दावा किया था कि मौलाना साद को पूछताछ के लिए बुलाने संबंधी कोई नोटिस अब तक नहीं भेजा गया है। साद को पुलिस जब भी पूछताछ के लिए बुलाएगी वह अपना बयान दर्ज कराने जाएगा।
मौलाना का दावा भूमिगत नहीं है वह
बता दें कि मौलाना मुहम्मद साद ऑडियो जारी कर बेटे और अधिवक्ता के जरिये लगातार दावा कर रहा है कि वह भूमिगत नहीं है। बल्कि, दिल्ली के जामिया थानाक्षेत्र स्थित जाकिर नगर में रह रहा है। वह पुलिस की निगरानी में है। लेकिन पुलिस उसे वहां जाकर नहीं पकड़ रही है और उत्तर प्रदेश के शामली स्थित फार्म हाउस व तब्लीगी मरकज में छापे मार रही है।
source: Jagran.com