पिछले 10 दिनों से जिस तरह से लोग अपने घरों में कैद हैं, उसमें उनमें निराशा पैदा होना लाजिमी है। निराशा के इस माहौल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा है कि इस कठिन घड़ी में आने वाले रविवार को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घर की लाइटें बंद करके दीयेऔर टॉर्च की रौशनी जलाएं।
प्रधानमंत्री के इस संदेश में लोगों के मन से निराशा भगाने का मूलमंत्र छिपा है। इसमें कई तरह के सकारात्मक मनोवैज्ञानिक पहलू छिपे हैं। यह बात हम नहीं, बल्कि देश के मनोविश्लेषक कह रहे हैं।
मशहूर मनोविश्लेषक डॉक्टर समीर पारेख कहते हैं कि पीएम के संदेश से देशवासियों में अच्छे काम के लिए एक जुटता पैदा होगी, जिससे मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। सभी को लगेगा कि हम अच्छे काम के लिए घर में हैं, न कि किसी गलत काम के लिए। इससे लोगों में निराशा की भावना का अंत होगा। घर की लाइटें बंद करके दीए जलाएंगे तो आपको अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की प्रेरणा मिलेगी। लोगों को लगेगा अंधकार चाहे कितना भी घना क्यों न हो, प्रकाश से निकली ऊर्जा उसका अंत अवश्य करेगी।
इस मुश्किल दौर में प्रधानमंत्री ने जिस तरह जनता से एक कमांडों की तरह हौसला अफजाई की है, उससे सकारात्मक रोशनी फैलेगी। वैसे भी डिप्रेशन का इलाज दवा नहीं, बल्कि हौसला अफजाई और एकजुटता ही है।
फोर्टिस अस्पताल के मनोवैज्ञानिक समीर पारेख के अनुसार, मोदी जी की इस अपील में किस तरह मनोवैज्ञानिक पहलू छिपा है। समीर पारेख का मानना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों और लंबे लॉकडाउन से लोगों में डर आ गया है। तनाव और अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है। इस तनाव और अनिश्चितता से बचने के लिए सबका एकजुट होना सकारात्मकता पैदा करेगी।
रा देश एक साथ मिलकर लाइट बंद करेगा और अपने घरों को दीयों और टॉर्च के साथ रोशनी जलाएगा तो लॉकडाउन की वजह से जो लोगों में जो अलगाव आ गया है, उससे छुटकारा मिलेगा। लोगों को लगेगा कि हम अलग-अलग नहीं, बल्कि साथ-साथ हैं।
एकता वाली फिलिंग आपमें जोश पैदा करेगी। आपको लगेगा कि आप इस मुसीबत के दौर में अकेले नहीं है।
एक साथ सामूहिक रूप से आप कुछ भी काम करते हैं तो आप मानसिक रूप से ये महसूस करते हैं कि आप अकेले नहीं हैं। आपके अकेलेपन को दूर करने के लिए सामूहिक एकता बेहद जरूरी है।
मोदी जी की अपील मोटिवेशनल टूल है, जो इस मुश्किल वक्त में देश के हर नागरिक के लिए जरूरी है। जो लोग कोरोना से पीड़ित हैं, उनके लिए भी और जो इस बीमारी के फैलाव से डर रहे हैं, उनके लिए भी। समीर पारेख कहते हैं कि मोदी जी की अपील का पालन करें, आपकी मानसिक स्थिति में गजब का बदलाव आएगा।
source: Jagran.com