मणिपुर सरकार ने 11 मार्च को दिल्ली से इंफाल के लिए उड़ान भरने वाले लोगों को कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। बताया जा रहा है कि विमान में इन लोगों के साथ दिल्ली से आ रहा एक कोरोना वायरस से पीड़ित शख्स भी था।
आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 31 यात्रियों में शामिल 14 महिलाओं में कोरोना वायरस के संक्रमण का ज्यादा खतरा है, क्योंकि ये सभी 65 वर्षीय संक्रमित व्यक्ति के करीब थे।
दरअसल, कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स पिछले महीने दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था और 11 मार्च को दिल्ली से इम्फाल पहुंचा था। संक्रमित शख्स के परिवार के 31 सदस्यों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों का देशभर में पता लगाया जा रहा है। मामला समाने आने के बाद से ही देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी देखने को मिल रहा है।
अधिकारियों को शख्स के संक्रमित होने का पता चलने से पहले ही उसका इम्फाल के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अधिकारियों ने कहा कि थाउबल जिले के लिलोंग क्षेत्र के निवासी का अब यहां के क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आरआईएमएस) में इलाज चल रहा है।
इस बीच, थौबल जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लिलोंग को सील कर दिया है। लोगों और वाहनों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उपायुक्त एन बंदना देवी ने गुरुवार को एक आदेश में कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा को भी सील कर कर दिया गया है। राज्य में कोरोना वायरस का पहला मामला 24 मार्च को सामने आया था, जब ब्रिटेन से लौटे 23 वर्षीय महिला संक्रमित पाई गई थी।
दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल 960 विदेशियों को ब्लैकलिस्ट और जमात से संबंधित गतिविधियों में शामिल होने के कारण उनका पर्यटक वीजा रद्द कर दिया है। इससे पहले गृह मंत्रालय ने आज जानकारी दी कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देशभर में तब्लीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए करीब 9000 लोगों को अब तक पृथक रखा गया है।
source: Jagran.com