सागर में लोगों ने दावा किया कि यह घोटाला कफी दिनों से चल रहा था। इस मामले में पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि यह अनाज जिन बोरियों में मिला है उनमें एफसीआई उत्तर प्रदेश की मोहर लगी हुई है। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है।
देश में जारी कोरोना लॉकडाउन के बीच गरीब, मजदूर और जरूरतमंद देश के अलग-अलग हिसों में दाने-दाने के लिए तरस रहे हैं, लेकिन ऐसी मुश्किल घड़ी में भी अनाज का घोटाला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मध्य प्रदेश में ‘आटा घोटाले’ के बाद ‘गेहूं घोटाला’ सामने आया है। इस घोटाले का कनेक्शन यूपी से भी जुड़ा है। मध्य प्रदेश के सागर जिले के सीहोरा में गेंहू खरीदी केंद्रों पर यह घोटाला सामने आया है। उत्तर प्रदेश से अवैध तरीके से सागर बेचने के लिए आया पांच ट्रक गेंहू बरामद किया गया है। यह गेंहू कोरोना महामारी के बीच उत्तर प्रदेश में जरूरतमंदों को बांटा जाना था। जिन ट्रकों में यह गेहूं रखकर रखा गया था उन सभी ट्रकों पर कोविड-19 खाद रसद आपूर्ति हेतु लिखा हुआ है।
जैसे ही अवैध गेहूं की सूचना मिली तुरंत मौके पर पुलिस, खाद्य नियंत्रक और खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के आलाधिकारी पहुंचे। अधिकारियों ने जांच में यूपी से आए गेहूं को राय वेयर हाउस के सामने खड़े ट्रकों में भरा हुआ पाया, जहां से ट्रेक्टर ट्राली में भरकर उसे खरीदी केंद्रों पर भेजा जा रहा था। मौके से तीन ट्रक गेंहू की बोरियों से भरे हुए और दो ट्रक खाली मिले। खाली ट्रकों का गेंहू ट्रालियों में भरा हुआ मंडी प्रांगण में बरामद किया गया। अधिकारियों ने पांच ट्रक, तीन ट्रैक्टर ट्राली को जब्त करके राहतगढ़ थाने में रखा है और करीब पांच सौ क्विंटल गेंहू बरामद कर वेयर हाउस में रखवाया है।
वहीं, स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि यह घोटाला कफी दिनों से चल रहा था। इस मामले में पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि यह अनाज जिन बोरियों में मिला है उनमें एफसीआई उत्तर प्रदेश की मोहर लगी हुई है। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गरीबों को बांटे जाने वाले आटे में घोटाला सामने आया था।
कोरोना महामारी में गेहूं घोटाले का मामला सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने इसकी कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, “लीजिए अब योगी सरकार और शिवराज सरकार मिल कर घोटाला कर रही है। 1000 बोरी गेहूं जो यूपी में बांटना था वो एमपी बिकने भेज दिया। गरीब के पेट पर लात मार संवेदनहीनता की घोटालेबाज़ों ने हदें पार कर दीं। सागर में पकड़ा गया गेहूं घोटाला।”
लीजिए अब योगी सरकार और शिवराज सरकार मिल कर घोटाला कर रही है।
1000 बोरी गेहूं जो यूपी में बांटना था वो एमपी बिकने भेज दिया।ग़रीब के पेट पर लात मार संवेदनहीनता की घोटालेबाज़ों ने हदें पार कर दीं. सागर में पकड़ा गया गेहूं घोटाला !! pic.twitter.com/oXlOSGoMqZ
— UP Congress (@INCUttarPradesh) May 18, 2020
Courtesy: NJ