इजरायली मीडिया में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के वैज्ञानिकों आने वाले दिनों में यह घोषणा करेंगे कि उन्होंने कोरोना वायरस के लिए एक वैक्सीन बना लिया है। इज़राइली अखबार हाएर्ट्ज़ ने गुरुवार को मेडिकल सूत्रों के हवाले से बताया कि इज़राइल के इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में हाल ही में जैविक तंत्र और वायरस के गुणों को समझने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है, इनमें कई अच्छे मनोवैज्ञानिक भी शामिल हैं।
यह सभी उन लोगों के लिए वैक्सीन का निर्माण करेंगें, जिसकी मदद से वायरस ग्रस्त लोगों में एंटीबॉडी का निर्माण किया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैक्सीन निर्माण की प्रक्रिया को परीक्षण और प्रयोगों की एक श्रृंखला से गुजरना पड़ता है जो टीकाकरण के प्रभावी या सुरक्षित होने से कई महीने पहले हो सकती है।
हालांकि इजरायल के रक्षा मंत्रालय ने अखबार की इन खबरों की पुष्टि नहीं की है। इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। रक्षा मंत्रालय ने अखबार हएर्त्ज़ को बताया कि कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन खोजने या परीक्षण किट विकसित करने के लिए जैविक संस्थान के प्रयासों में कोई सफलता नहीं मिली है। संस्थान का कार्य एक व्यवस्थित कार्य योजना के अनुसार किया जाता है और इसमें समय लगेगा। यदि और कुछ होगा तो इसके बारे में सूचित किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि जैविक संस्थान एक विश्व-प्रसिद्ध अनुसंधान और विकास एजेंसी है, जो अनुभवी शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों पर बहुत ज्ञान और अवसंरचना के साथ निर्भर करता है। अब संस्थान में 50 से अधिक अनुभवी वैज्ञानिक काम कर रहे हैं जो शोध और वायरस के लिए एक चिकित्सा उपाय विकसित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च, केंद्रीय इज़राइली शहर Nes Tziona में स्थित है, जिसे 1952 में इज़राइल डिफेंस फोर्सेस साइंस कॉर्प्स के हिस्से के रूप में स्थापित किया गया था, और बाद में एक नागरिक संगठन बन गया।
source: Jagran.com