अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मोडेर्ना द्वारा तैयार की गई वैक्सीन के फेज़-1 ट्रायल के सफल होने के बाद चीन से भी अच्छी खबर आई है। विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहा कि चीन में विकसित कई गई वैक्सीन सुरक्षित है और यह लोगों को कोरोना वायरस से बचाने में कारगर साबित हो सकती है।
कोरोना वायरस भारत में बहुत ही तेजी से पैर पसार रहा है। पिछले कई दिनों से संक्रमितों की संख्या में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी हो रही है। हर दिन अब 5000 से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के मामलों में सबसे बड़ा उछाल देखा गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के बीते 24 घंटे में 6,654 नए मामले सामने आए हैं, वहीं 137 लोगों की कोविड-19 से मौत हो गई है। लॉकडाउन 4.0 में भी कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,25,101 हो गई है।
ऐसे में सभी को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है। इसी बीच अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी मोडेर्ना द्वारा तैयार की गई वैक्सीन के फेज़-1 ट्रायल के सफल होने के बाद चीन से भी अच्छी खबर आई है। विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहा कि चीन में विकसित कई गई वैक्सीन सुरक्षित है और यह लोगों को कोरोना वायरस से बचाने में कारगर साबित हो सकती है।
न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक शुरुआती ट्रायल में वैक्सीन के एक ही डोज से लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत हुआ है। इस वैक्सीन का करीब 108 लोगों पर इस ट्रायल किया गया था। ट्रायल के दौरान पता चला कि वैक्सीन वायरस के खिलाफ इम्यून रेस्पॉन्स पैदा करती है। लेकिन एंटीबॉडी का स्तर उतना नहीं था जिससे, वायरस को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। वैज्ञानिकों ने पाया कि वैक्सीन की वजह से टी सेल (इम्यून सेल) दो हफ्तों में मजबूत हुए जो कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं। वहीं, इम्यूनिटी को बढ़ाने शरीर में बनने वाले एंटीबॉडी, वैक्सीन देने के 28 दिन बाद तैयार हुए। वैक्सीन का ट्रायल 18 से 60 की उम्र के 108 लोगों पर किया गया है।
चीन की Ad5 वैक्सीन को CanSino कंपनी ने तैयार किया है। इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार कोरोना वैक्सीन और अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन से आगे समझा जा रहा है। इस साल की शुरुआत में ही चीनी वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया था।
वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट भी देखे गए। मरीजों के अंदर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और बुखार देखा गया। लेकिन 28 दिनों के अंदर ये लक्षण कम हो गए। किसी भी मरीज के अंदर गंभीर या जानलेवा लक्षण नहीं देखे गए। डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की Ad5 कोरोना वायरस वैक्सीन दुनिया में सबसे आगे चल रही कोरोना वायरस वैक्सीन में शामिल है।