उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के ओबरा में शारदा मंदिर के पीछे खदान में शुक्रवार शाम हुए हादसे में शनिवार सुबह पहला शव मिला। अभी तीन और मजदूरों के दबे होने की आशंका है। उनकी तलाश के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
सोन पहाड़ी के खजाने को लेकर चर्चा में आई उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से एक हादसे की खबर आ रही है। खबरों के मुताबिक, यहां ओबरा थाना क्षेत्र के बिली मारकुंडी खनन एरिया में शुक्रवार शाम अचानक खदान धंसने से अफरताफरी मच गई। हादसे के वक्त 6 मजदूर काम कर रहे थे और अंदर दबे गए। आज सुबह मलबे में से एक मजदूर का शव निकाला गया।
वहीं जिलाधिकारी एस राजा लिंगम ने खदान से दो मजदूरों राजेंद्र और रामपाल को गंभीर हालत में निकाला गया है और उन्हें ओबरा अस्पताल भेज दिया गया है। वहीं जिलाधिकारी ने कहा कि तीन और मजदूरों के खदान में फंसे होने की आशंका है।
इस बीच, घटना का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं।
खबरों के मुताबिक, बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की टीम को सुबह 7 बजे के करीब पत्थर के नीचे दबा एक हाथ नजर आया। उसे देखते ही टीम के सदस्य वहां से भारी भरकम पत्थर को हटाने में जुट गए। करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद पत्थर के नीचे दबे सुरेंद्र के शव को निकालने में सफल रहे।
सोनभद्र पुलिस अधीक्षक आशीष श्रीवास्तव के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार शाम शारदा मंदिर से कुछ दूरी में चल रही एक पत्थर खदान की चट्टान अचानक नीचे गिर गई, जिसमें काम कर रहे दो मजदूर दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि इसी तरह 27 फरवरी, 2012 को पत्थर खदान धंसने से नौ लोगों की मौतें हुई थीं।
source: NavjivanIndia