ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उनके पार्टी से इस्तीफे के बाद कांग्रेस लगातार हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेताओँ ने सिंधिया के इस फैसले को कांग्रेस से गद्दारी बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर कांग्रेस और सीएम कमलनाथ पर दोहरे मानकों को लेकर आलोचना की है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘सिंधिया जी जब कांग्रेस में थे तो कुछ कांग्रेस नेताओं के लिए वह महाराजा थे, अब वे माफिया हैं। ये उनका दोहरा मापदंड है।’
Shivraj Singh Chouhan: For some Congress leaders when Scindia ji was in Congress he was a Maharaja, now he is a mafia? These are their double standards pic.twitter.com/scv52qrtBW
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी। सिंधिया ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपे अपने इस्तीफे में कहा, ’18 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के प्राथमिक सदस्य रहा हूं। अब मेरे लिए आगे बढ़ने का समय है। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं। सिंधिया ने यह भी कहा कि नए सिरे से आगे बढ़ने का समय आ गया है।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे पर कहा कि सिंधिया जी कांग्रेस पार्टी में कई वरिष्ठ पदों पर रहे और उनका हमेशा सम्मान किया गया। शायद मोदी जी की तरफ से मंत्री पद के प्रस्ताव से वह लालच में आ गए। हम जानते हैं कि उनका परिवार दशकों से बीजेपी से जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ा नुकसान है।
वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता बिसाहूलाल सिंह ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देखर भाजपा का हाथ थाम लिया है। उन्होंने कहा कि मैं मध्य प्रदेश का वरिष्ठ विधायक हूं। इस बार मध्य प्रदेश में मेरे वरिष्ठ होने के बाद भी उपेक्षा होती रही। मुझे प्रताड़ित किया गया। मैं अत्यंत दुखी हूं। मैं अपनी इच्छा से कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। मुझ पर किसी का दबाव नहीं है।
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