तिहाड़ जेल प्रशासन निर्भया गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने की तैयारियों में जुट गया है। इस मामले में दोषी चारों आरोपियों को 3 मार्च की सुबह 6 बजे फांसी दिया जाना है। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने दोषियों से पूछा है कि क्या वो आखिरी बार अपने परिवार से मिलना चाहते हैं।
निर्भया केस के दोषियों को नए डेथ वारंट के मुताबिक 3 मार्च को उन्हें फांसी दे दी जाएगी। उनकी फांसी से पहले जेल प्रशासन ने दोषियों के परिजनों से पत्र लिखकर अंतिम मुलाकात की तारीख बताने को कहा है। जेल प्रशासन ने दोषियों से भी पूछा है कि वो परिजनों से कब मिलना चाहेंगे। हालांकि इस अंतिम मुलाकात के बाद दोषियों से सिर्फ जेल अधिकारी और चिकित्सक ही मिल पाएंगे।
तिहाड़ जेल प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक, मुकेश और पवन को बताया गया है कि वो परिवारों से अंतिम मुलाकात कर चुके हैं। वहीं, दो अन्य दोषियों अक्षय और विनय से पूछा गया है कि वे कब परिवार से मुलाकात करना चाहते हैं। चारों दोषियों के लिए अब तक कुल तीन बार डेथ वॉरंट जारी किए जा चुके हैं। लेकिन, हर बार कानूनी वजहों से उनकी फांसी टलती रही है।
गौरतलब है कि निर्भया को दोषियों की फांसी पहले भी दो बार टल चुकी है। पहले कोर्ट ने 22 जनवरी का दिन फांसी को मुकर्रर किया था। लेकिन दोषियों द्वारा रिव्यु पीटीशन दाखिल करने की वजह से ये टल गया था। बाद में 1 फरवरी का दिन फांसी के लिए तय किया गया लेकिन कुछ दोषियों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित रहने की वजह से फांसी टल गयी। अब 3 मार्च का दिन फांसी के लिए तय किया गया है।
बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 को दक्षिणी दिल्ली में 23 साल की पीड़िता के साथ 6 आरोपियों द्वारा चलती बस में गैंगरेप किया गया था। इसके बाद पीड़िता पर गंभीर रूप से हमला किया गया था और उसे और उसके पुरुष साथी को इस सबके बाद चलती गाड़ी से नीचे फेंक दिया गया था। गंभीर हालात में भर्ती पीड़िता की मौत इलाज के दौरान हो गया। इस हैवानियत ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
source: NavjivanIndia