कोरोना संकट के चलते पिछले कई महीनों से बंद होने के कारण दिल्ली मेट्रो को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अनुमान के अनुसार बंदी के कारण दिल्ली मेट्रो को हर महीने लगभग 300 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। अब उम्मीद है कि मेट्रो सेवा जल्द ही फिर से बहाल होगी।
कोरोना संकट के चलते पिछले करीब साढ़े चार महीनों से बंद पड़ी दिल्ली मेट्रो अगले दो सप्ताह में फिर से पटरी पर लौट सकती है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि मेट्रो परिचालन को लेकर एसओपी तैयार हो चुकी है और मेट्रो सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला दो सप्ताह में ले लिया जाएगा।
द इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार हरदीप पुरी ने कहा, “हम मेट्रो सेवा शुरू करने के बारे में अगले दो हफ्ते में फैसला लेंगे। इसके लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) तैयार है। पुरी ने कहा कि मेट्रो ऑपरेटर्स नियमित रूप से अपने सिस्टम की जांच कर रहे हैं। वे सेवा शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
हालांकि, पुरी ने साथ ही कहा कि “हम इसे फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी इसे चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। शुरुआत होने पर फिलहाल 50 फीसदी से ज्यादा लोगों को सफर की इजाजत नहीं होगी। शुरू में सरकारी कर्मचारी, हेल्थकेयर वर्कर्स और अन्य जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को सफर की इजाजत होगी।”
इस बीच खबर है कि केंद्र सरकार केवल किसी एक महानगर या शहर में नहीं, बल्कि देश भर में मेट्रो सेवा को एक साथ खोलने पर विचार कर रही है। मंत्रालय ने भी मेट्रो व्यवस्था को सभी जगह फिर से खोलने पर जोर दिया है, क्योंकि सभी मेट्रो प्राधिकरण भारी नुकसान में हैं। साथ ही मेट्रो सेवा के बंद होने से सड़कों पर भी भारी जाम लग रहा है। अब इंतजार इसी महीने आने वाली अगले चरण के अनलॉक की गाइडलाइंस का है।
गौरतलब है कि कोरोना संकट के चलते पिछले कई महीनों से बंद होने के कारण दिल्ली मेट्रो रेल निगम को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अनुमान के अनुसार बंदी के कारण दिल्ली मेट्रो को हर महीने लगभग 300 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक 22 मार्च से बंद दिल्ली मेट्रो रेल निगम को अब तक 1350 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है।