कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 21 दिनों के राष्ट्रीय लॉकडाउन का समर्थन करते हुए इसे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जरूरी बताया और आर्थिक व स्वास्थ्य उपायों का सुझाव देते हुए 4 पन्नों का पत्र लिखा। सोनिया गांधी ने चार पेज के पत्र में लिखा, ‘कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में, मैं यह बताना चाहूंगी कि हम महामारी की रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए हर कदम का समर्थन और सहयोग करेंगे।’ उन्होंने आगे कहा कि इस चुनौतीपूर्ण और अनिश्चित समय में, हममें से प्रत्येक के लिए यह आवश्यक है कि हम पक्षपातपूर्ण हितों से ऊपर उठें और अपने देश के प्रति और वास्तव में मानवता के प्रति अपने कर्तव्य का सम्मान करें।
EMI टालने का विचार
कांग्रेस पार्टी ने सरकार को पूर्ण समर्थन और सहयोग देने की बात कही। कांग्रेस प्रमुख ने सुझाव दिया कि केंद्र 6 महीने के लिए सभी ईएमआई को फिलहाल टालने पर विचार करना चाहिए और इस अवधि तक बैंकों द्वारा शुल्क माफ किया जाना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी ने सरकार को पूर्ण समर्थन और सहयोग देने की बात कही। कांग्रेस प्रमुख ने सुझाव दिया कि केंद्र 6 महीने के लिए सभी ईएमआई को फिलहाल टालने पर विचार करना चाहिए और इस अवधि तक बैंकों द्वारा शुल्क माफ किया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को असंगठित क्षेत्र के दैनिक ग्रामीणों, मनरेगा श्रमिकों, कारक श्रमिकों, निर्माण श्रमिकों, किसानों और अन्य लोगों को सीधे कैश ट्रांसफर रुपये देने पर विचार करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस दौरान राशन कार्ड धारकों को 10 किलो चावल या गेहूं फ्री में वितरित किया जा सकता है।
उन्होंने महामारी से बुरी तरह प्रभावित व्यवसाय के लिए एक सेक्टर-वार राहत पैकेज का भी सुझाव दिया। बता दें कि सोनिया गांधी के पत्र में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने और सरकार के साथ खड़े रहने की बात कही गई। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सरकार के प्रति अपने ट्वीट में अधिक आक्रामक रहे हैं।
source: Jagran.com