आर्थिक तंगी का सामना कर रहे अमेरिका में फंसे अंतरराष्ट्रीय छात्रों को कैंपस के बाहर काम करने के लिए आवेदन की छूट दी गई है। आव्रजन मामले देखने वाली संघीय एजेंसी अमेरिकी नागरिकता एवं प्रवासी सेवा (USCIS) की यह घोषणा भारतीयों सहित उन हजारों अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए बड़ी राहत है, जो पिछले कई हफ्तों से कठिन आर्थिक परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।
यूएससीआइएस ने मंगलवार को कहा, ‘यदि आप गंभीर आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं तो रोजगार प्राधिकरण से ऑफ कैंपस काम करने का अनुरोध कर सकते हैं। इसके लिए कुछ नियामक आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। हर मामले के आधार पर आवेदनों को स्वीकृति दी जाएगी।’ गंभीर आर्थिक दिक्कतों में वित्तीय मदद का नुकसान, स्वयं की गलती नहीं होने के बावजूद परिसर में रोजगार के नुकसान, मुद्रा मूल्य या विनिमय दरों में पर्याप्त उतार-चढ़ाव होने और ट्यूशन या रहने की लागत में वृद्धि होना को शामिल किया गया है। चिकित्सा खर्चो को भी गंभीर आर्थिक दिक्कतों में शामिल किया गया है। यूएससीआइएस ने कहा है कि ऑफ कैंपस काम करने वाले आवेदन पत्र शैक्षणिक संस्थान द्वारा हस्ताक्षरित होने चाहिए। यह आवेदन छात्रों को अमेरिका में कहीं भी काम करने की अनुमति प्रदान करेगा।
13 मार्च को व्हाइट हाउस द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के लिए अपनाए गए उपायों की घोषणा के बाद सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था। इसकी वजह से बड़ी संख्या में विदेशी छात्र अमेरिका में फंस गए हैं। उन्हें गंभीर वित्तीय संकट का भी सामना करना पड़ रहा है। छात्रों को बाकी शैक्षणिक सत्र के लिए अपने छात्रावास खाली करने के लिए भी कहा गया था। शैक्षणिक सत्र अगस्त के अंत में शुरू होता है। अमेरिका में अनुमानित दो लाख 50 हजार भारतीय छात्र हैं।
source: Jagran.com